फरीदाबाद। एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ अस्पताल के प्रांगण में १३वीं इसाकॉन हरियाणा 2016 का आयोजन किया गया। एशियन अस्पताल के एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट ने आईएसए फरीदाबाद के साथ मिलकर इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग के हैड डॉ. दिवेश अरोड़ा एवं अन्य डॉक्टर डॉ. नैनतारा बत्रा, डॉ. दीपांकर, डॉ. नीति गुलाटी, डॉ. विदुषी मोहन बांगिया, डॉ. मिनाक्षी अग्रवाल, डॉ. ज्योति गुप्ता, डॉ. पूनम दरसवाल, डॉ. अमृता नन्दी, डॉ. प्रियंका आहुजा के अथक प्रयासों ने इस कॉन्फ्रेंस को सफल बनाया। आईएसए हरियाणा और आईएसए फरीदाबाद के ऑफिस बियरर, डॉ नवीन मल्होत्रा और डॉ.पी.एस आहुजा ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। एशियन अस्पताल में आयोजित कॉन्फ्रेंस में एनेस्थीसिया की नई तकनीकों और बारीकियों से रूबरू होने के लिए 150 प्रतिनिधि शामिल हुए।एशियन अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग के हैड डॉ. दिवेश अरोड़ा ने बताया कि एशियन अस्पताल में यह तीसरी वार्षिक कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है। इससे पहले वर्ष 2014 और 2015 में भी आयोजित की जा चुकी है। एनेस्थीसिया की सफलता इसकी आधुनिक और बेहतर तकनीकों पर निर्भर करती है। सर्जरी के दौरान एनेस्थीसिया की मुख्य भूमिका होती है और 150 सालों में इसमें अनेक प्रकार के बदलाव और नई तकनीकें शामिल हुई हैं, जो मरीज की सुरक्षा में सहायक साबित होते हैं। एशियन अस्पताल का एनेस्थीसिया विभाग प्रतिवर्ष नई तकनीकों का इस्तेमाल करने के लिए अग्रसर रहता है और एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टर प्रतिवर्ष कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आधुनिक तकनीकों का प्रचार करते रहते हैं और एनेस्थीसिया को अपना करियर बनाने वाले डॉक्टरों को भी नई तकनीकों से रूबरू कराते रहते हैं, ताकि मरीजों कों बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें। इस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा के सभी एनेस्थेटिस्ट डॉक्टर, पीजी स्टूडेंट्स और प्रैक्टीशनर आदि ने भाग लिया। कार्यक्रम में लैक्चर , पोस्टर प्रजेंटेशन और प्रैक्टिकल के माध्यम से निश्ेचतना के बारे में समझाया गया।