फरीदाबाद। जिला अग्रणी सिंडिकेट बैंक की ओर से जिलास्तरीय समीक्षा एवं सलाहकार समिति की मासिक बैठक अतिरिक्त उपायुक्त जितेन्द्र दहिया की अध्यक्षता में लघु सचिवालय सैक्टर-12 स्थित जिला प्रशासन के कान्फ्रैंस हाल में आयोजित की गई। बैठक में एलडीएम इन्द्र मोहन शर्मा, सिंडिकेट बैंक क्षेत्रीय कार्यालय के सहायक महाप्रबन्धक एसएम गोरावल, आरबीआई चण्डीगढ़ रीजन के एजीएम संजय कक्कड़ नाबार्ड के डीडीएम निर्मल कुमार तथा अग्रणी बैंक अधिकारी सतविन्दर सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित थे। बैठक में श्री दहिया ने जिला अग्रणी सिंडिकेट बैंक की ओर से तैयार की गई जिला ऋण योजना पुस्तक का विमोचन किया। इसमें प्राथमिकता क्षेत्र में 20 प्रतिशत की वृद्धि सहित नए वित वर्ष 2017-18 के लिए लगभग 4488 करोड़ रूप्ए की प्रस्तावित ऋण राशि का प्रावधान किया गया है। गत वित वर्ष 2016-17 के दौरान इसके अन्तर्गत लगभग 3745 करोड़ रूपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया था।अग्रणी बैंक की ओर से अतिरिक्त उपायुक्त को अवगत कराया गया कि जिले में बैंकों द्वारा दिसम्बर 2016 तक 35 हजार 887 करोड़ रूपएकी डिपाजिट्स प्राप्त करके 9002 करोड रूपए़ की वृद्धि और 33.48 प्रतिशत की उपलब्धि गत वर्ष की तुलना में हासिल की गई। इसी प्रकार इसी अवधि तक 19 हजार 359 करोड़ रूपए के एडवांस के साथ 2229 करोड़ रूपए की वृद्धि और 13.01 प्रतिशत की उपलब्धि हासिल की गई। सीडी रेशियो में 53.94 प्रतिशत की उपलब्धि रही। जिले में सिंडिकेट ग्रामीण स्वयं रोजगार प्रशिक्षण संस्थान के अन्तर्गत दिसम्बर-2016 तक 22 प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 580 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया गया। अतिरिक्त उपायुक्त श्री दहिया ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी बैंक प्रबन्धकों को अपने निर्धारित जमा, एडवांस, ऋण व रिकवरी आदि से जुड़े लक्ष्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना चाहिए। केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं के अन्तर्गत बैंकों द्वारा योग्य आवेदक लाभार्थियों को तत्परता व प्राथमिकता के आधार पर ऋण सुविधा का लाभ देना अति आवश्यक है। उन्होंने इस सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित बैंक प्रबन्धकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में जिला के सभी सम्बन्धित अधिकारी व बैंक प्रबन्धक उपस्थित थे।
![अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में सिडिकेट बैक की बैठक आयोजित](https://standardnews.in/wp-content/uploads/2017/03/syandicate-bank.doc.jpg)