लोगों को हो रही परेशानी को लेकर कांग्रेस ने निकाला जनाक्रोश मार्च
फरीदाबाद। नोटबंदी को 20 दिन बीतने के बावजूद लोगों को आ रही परेशानियों को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बादशाह खान चौक से जनाक्रोश रोष मार्च निकाला। इस रोष मार्च का नेतृत्व हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डा. अशोक तंवर द्वारा किया गया। बी.के. चौक से शुरू हुआ यह रोष मार्च एन.एच.-5 मार्किट पहुंचा और नारेबाजी करता हुआ बाजार पहुंचा। इस दौरान दुकानदारों ने जहां कांग्रेस पार्टी की इस पहल का जमकर स्वागत किया वहीं नोटबंदी के बाद उन्हें आ रही परेशानियों के बारे में बताया। दुकानदारों ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर को बताया कि नोटबंदी के चलते उनके व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हो रहे है, मार्किट में ग्राहक नहीं है, जिसके चलते उनके समक्ष भूखो मरने की नौबत आ गई है। उन्होंने कहा कि मार्किट में अभी केवल 2000 रूपए का नोट आया है, वो भी बैंकों में भारी किल्लत के बाद लोगों को मिल रहा है, जब ग्राहक उनके पास 2 हजार रूपए का नोट लेकर आता है तो उनके पास खुले नहंी होते, जिसके चलते उनके समक्ष भारी परेशानियां आ रही है। इसके उपरांत कांग्रेसी नेताओं ने एन.एच.-5 स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के बाहर कैश लेने के लिए लम्बी-लम्बी लाईनों में लगे लोगों से बातचीत करके उनका दुखड़ा सुना। इस दौरान लोगों ने मोदी सरकार के नोटबंदी के निर्णय की जमकर भत्र्सना करते हुए इसे तानाशाही निर्णय करार दिया। इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डा. अशोक तंवर ने कहा कि नोटबंदी के निर्णय को 20 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है परंतु अभी तक लोगों के समक्ष कैश की किल्लत दूर नहीं हो रही है। पिछले तीन-चार दिनों से कुछेक बैंकों में ही थोड़ी बहुत नगदी आ रही है, जबकि अधिकांश बैंकों में नगदी नहीं है, जिसके चलते लोग पूरा-पूरा दिन नगदी के इंतजार में बैंकों के बाहर खड़े रहते है परंतु भाजपा के किसी भी नेता ने अभी तक लोगों की सुध नहीं ली है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के इस निर्णय से हमारी माता-बहनों का जो स्त्रीधन होता था, वो भी अब कालेधन की श्रेणी में आ गया है, जिससे बुरे समय के लिए इक_ा किया गया धन भी अब बेकार हो गया है। श्री तंवर ने कहा कि प्रधानमंत्री के इस निर्णय ने जहां देश की आम जनता को सडक़ों पर ला दिया है वहीं लोग अपने कामधंधे छोडक़र दिन-रात बैंकों के बाहर खड़े रहने को मजबूर हो रहे है। भाजपा सरकार ने इतना बड़ा निर्णय को ले लिया परंतु पूरी तैयारी न होने के कारण इस निर्णय का खमियाजा गरीब व आम लोगों को उठाना पड़ रहा है और अगर जल्द ही कैश की किल्लत दूर नहीं की गई तो आने वाले समय में इसके नकारात्मक परिणाम लोगों को भुगतनें पड़ेंगे। इसके उपरांत डा. अशोक तंवर ने कांग्रेसी नेताओं के साथ गांव दौलताबाद में जाकर घायलों से मुलाकात की और पुलिस द्वारा निर्दाेष लोगों के घरों में हुई तोडफ़ोड़ का भी जायजा लेते हुए पुलिस प्रशासन की इस कार्यवाही की कड़ी भत्र्सना की और कहा कि जब शासक ही भक्षक बन जाए तो बेइलाज जनता कहां जाए। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि इस मामले को वह मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के समक्ष उठाएंगे और एससीएसटी के चेयरमैन को भी इस मामले से अवगत करवाएंगे। उन्होंने कहा कि जाट आरक्षण की तर्ज पर यहां हुई हिंसक घटना के पीडि़तों को मुआवजा दिलवाने एवं निर्दाेषों को जेलों से बाहर लाने के लिए भरसक प्रयास किए जाएंगे। इस मौके पर फरीदाबाद प्रभारी प्रदीप जैलदार, पूर्वमंत्री ए.सी. चौधरी, पूर्व विधायक आनंद कौशिक, सुमित गौड़, विकास चौधरी, राकेश भड़ाना, किरण गोदारा, दिनेश चंदीला, महेंद्र शर्मा, ओमपाल टोंगर, ललित भड़ाना, पूर्व चेयरमैन अब्दुल गफ्फार कुरैशी, नरेश गोदारा, ज्ञानचंद आहुजा, एस.एल. शर्मा, अनीशपाल, राजेश तेवतिया, संजय सैफी, सरदार निरंजन, गजेंद्र सिंह, रेनू चौहान, गुलशन बगगा, सीएस नेगी, धर्मबीर सरपंच, मनोज प्रधान, विनय भाटी, शालिनी मेहता सहित अनेकों कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।