Faridabad(standard news) एशियन इंसटीट्यूट ऑफ मेडिके ल साइंसेज अस्पताल के डॉक्टरों ने आठ महीने के बच्चे के दिमाग से बड़े आका र का ट्यूमर निकल पांच सदस्यों टीम टीम ने बच्चे को पैदायशी बीमारी से निजात दिलाई। गाजियाबाद निवासी विजय पाल सिंह के घर १७ मार्च २०१६ को एक बेटे ने जन्म लिया। जन्म के समय बच्चा हृष्ट.पुष्ट थाए लेकिन उसका सिर सामान्य सें बड़ा थाए परिजनों और पड़ोसियों ने कहा के कुछ बच्चों का सिर बड़ा होता है और बच्चे को किसी भी तरह की परेशानी नहीं थी। इसके चलते हर्ष के अभिभाववाको ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। १५ नवंबर २०१६ को हर्ष ने उल्टी और दस्त हुए। विजयपाल सिंह और उनकी पत्नी अपने बच्चे को लेकर गाजियाबाद के अस्पतालों में गए। बच्चे को आराम नहीं आया। बच्चे की हालत देखते हुए बच्चे को सीटी स्कैन कराया गया। सीटी स्कैन रिपोर्ट देखते ही डॉक्टर ने बच्चे को किसी बड़े अस्पताल के न्यूरो सर्जन को दिखाने का सुझाव दिया। परिजन हर्ष को फरीदाबाद सेक्टर.२१ ए स्थित एशियन अस्पताल लेकर आए।
एशियन अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ का मल वर्मा ने जांच कर रिपोर्ट देखी। रिपोर्ट बेहद चोकाने वाली थी। बच्चे के दिमाग में गोभी के फूल के आकर का ट्यूमर था। जिसके चलते दिमाग के अंदर मौजूद पानीको निकलने की जगह न मिल पाने के कारन पानी दिमाग में जमा होता जा रहा था और दिमाग का आकार बढ़ता जा रहा था जिसका प्रतिकुल प्रभाव हर्ष की आंखों पर पड़ रहा था। डॉ कमल का कहना था सभी ट्यूमर में से इस प्रकार का ट्यूमर एक प्रतिशत ही होता है जो पैदायशी बच्चों में होता है। इस प्रकार की सर्जरी में बहुत ही संवेदनशील होती है। पांच सदस्यों की टीम में न्यूरो सर्जन डॉ कमल वर्मा डॉ मुकेश पांडे एनेस्थीटि डॉ दिवेश अरोड़ा व अन्य ने बच्चे के दिमाग ट्यूमर निकाला